विश्व विरासत दिवस 2025: रेलवे ने मनाया विरासत सप्ताह, यात्रियों को कराया रेलवे धरोहरों का भव्य अनुभव

विश्व विरासत दिवस 2025: रेलवे ने मनाया विरासत सप्ताह, यात्रियों को कराया रेलवे धरोहरों का भव्य अनुभव

World Heritage Day 2025

World Heritage Day 2025

World Heritage Day 2025: उत्तर रेलवे के प्रधान कार्यालय के निर्देशानुसार विश्व विरासत दिवस– 2025 को उत्सव के रूप में मनाने हेतु कई पहल की गईं। इस अवसर पर रेलवे की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को आम जनता से जोड़ने तथा जन जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक साप्ताहिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी शुरुआत 14 अप्रैल 2025 को हुई और इसका समापन 20 अप्रैल 2025 को हुआ। इस सप्ताह का केंद्र बिंदु रहा 18 अप्रैल 2025 को विश्व विरासत दिवस का विशेष आयोजन।

World Heritage Day 2025

कांगड़ा रेलवे स्टेशन का भव्य रोशनीकरण इस सप्ताह की शुरुआत में कांगड़ा रेलवे स्टेशन को आकर्षक ढंग से प्रकाशमय किया गया। रंग-बिरंगी लाइटिंग से स्टेशन की वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व को उभारते हुए सजाया गया, जिससे यात्रियों को एक विशेष अनुभव प्राप्त हुआ।

सुसज्जित नैरो गेज ट्रेन नूरपुर से बैजनाथ के बीच चलने वाली ऐतिहासिक नैरो गेज रेलगाड़ी को परंपरागत शैली में सजाया गया। इस सजावट का उद्देश्य यात्रियों को हिमाचल की प्राकृतिक सुंदरता और रेलवे की समृद्ध विरासत का संगम अनुभव कराना था। 

हेरिटेज गैलरी की प्रदर्शनी – पठानकोट एवं पालमपुर  

पठानकोट रेलवे स्टेशन एवं पालमपुर रेलवे स्टेशन पर विशेष हेरिटेज गैलरी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में रेलवे के ऐतिहासिक दस्तावेज, उपकरण, टिकट, सिग्नल यंत्र, मॉडल, चित्र और अन्य धरोहर वस्तुओं को उनके विवरण सहित प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी का उद्देश्य यात्रियों को रेलवे के गौरवशाली इतिहास से अवगत कराना रहा।

World Heritage Day 2025

सेल्फी पॉइंट्स की स्थापना  

रेलवे स्टेशनों पर हेरिटेज थीम पर आधारित सेल्फी पॉइंट्स भी स्थापित किए गए, जहाँ यात्रियों ने इन स्मृतियों को तस्वीरों के रूप में संजोया। 

उत्तर रेलवे द्वारा आयोजित विरासत सप्ताह का मुख्य उद्देश्य देश की समृद्ध रेलवे विरासत के प्रति जन जागरूकता बढ़ाना, लोगों को रेलवे की ऐतिहासिक धरोहरों से भावनात्मक रूप से जोड़ना और भविष्य की पीढ़ियों के लिए इन धरोहरों को संरक्षित रखने का संदेश देना रहा।

उत्तर रेलवे भविष्य में भी ऐसे प्रयासों के माध्यम से देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण हेतु प्रतिबद्ध रहेगा।